1. दैवीय आपदा एवं अनिष्टों का ज्योतिषीय माध्यम से  समाधान करना।

  2. ज्योतिषीय के अन्तर्गत आने वाले यंत्र साधना, मंत्र, माला एवं राशियों का प्रचार करना।

  3. गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यापन करने वाले लोगो का सहयोग करना।

  4. गरीब बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा की व्यबस्था करना।

  5. बुजुर्ग एवं असहाय लोगो की सहायता हेतु निशुल्क  शिविरों  का आयोजन  करना।

  6. विधवा एवं गरीव महिलाओ हेतु रोजगार दिलाना।

  7. ज्योतिष एवं कर्मकाण्ड अनुसंधान केन्द्र की स्थापना कर उसका निशुल्क संचालन करना।

  8. ज्योतिष शिक्षा का कार्य करके समाज को अंध विश्वास से दूर करना।